स्वराज
महात्मा गाँधी ने हमारे देश के लिए जो सपना सजोया था वो “स्वराज “ था ! बापू ने हमारे देश को १५ अगस्त १९४७ में आज़ाद करवा दिया और बोले “अभी हमें सम्पूर्ण आजादी नहीं मिली है , इसके लिए हमें कांग्रेस को ख़त्म करना होगा ! बापू पहले ही कांग्रेस की हकीकत से परीचित थे , वो जानते थे कि कांग्रेस भारत वासियों पर अंग्रेजों द्वारा थोपी गयी एक संस्था के सिवाय कुछ नहीं है !
कांग्रेस की स्थापना सन १८८५ में एक अंग्रेज अधिकारी ए ओ हुंम ने की थी ! इसके पीछे ब्रिटिस सरकार का साफ़ मकसद था कि भारत में एक संस्था का निर्माण करवाया जाए जिस संस्था में भारत में रह रहे कुछ बुद्धिजीवियों को शामिल किया जाय और वो संस्था ब्रिटिस हुकूमत के अधीन काम करे ! इस संस्था से ब्रिटिश हुकूमत को सभी भारतियों पर नजर रखने का एक बेहतर उपाय था !
हमारे देश के ही बहूत एसे नेता हुए है जो केवल शरीर से भारतीय थे और मन से अंग्रेजी हुकूमत के सोदागर थे उनका इस देश से कोई लगाव नहीं था वो अपनी भोग विलासिता जिन्दगी में विस्वाश करते थे उनका इस मुल्क से कोई लेना देना नहीं था मेरी राय में इस प्रकार के व्यक्ति को हमारी मात्रभूमि के आँचल को गन्दा करने के सिवाय कुछ नहीं किया वो थे हमारे देश के प्रथम प्रधानमंत्री (जबरदस्ती प्रधानमंत्री ) श्री जवाहर लाल नेहरू और दुसरे महाशय श्री जिन्ना ! दोनों ने अपने- अपने स्वार्थ के लिए हमारे हिन्दुस्तान को भारतऔर पाकिस्तान बनाया और दोनों ने देश वासियों को एक सन्देश दिया कि अब हिन्दुस्तान में हिन्दू और मुस्लिम एक जगह नहीं रह सकते , इन दोनों धर्मों को अलग अलग हिस्सा देना होगा और ये सब ब्रिटिश हुकूमत की चाल थी !
ब्रिटिश हुकूमत को ये भली भांति पता था कि हिन्दुस्तान को अगर दो हिसा नहीं किया तो संसार में ये हमेशा सोने की चिड़िया ही रहेगा और इसके लिए ये करना बहुत ही जरुरी था ! अंग्रेजी सरकार ने इस काम के लिए पंडित जवाहर लाल और जिन्ना को मोहरा बनाया !
इसी बीच बापू के पास जिन्ना का घरेलु डॉक्टर मिला और बापू से बोला एक बार इस देश का प्रधानमंत्री जिन्ना को ही बना दे क्यों कि जिन्ना एक बहुत बड़ी बेमारी से पीड़ित है वो ज्यादा से ज्यादा तीन महीने और निकाल पायेगा ये बात बापू समज गए जेसे तेसे ये देश का बटवारा ना हो तो जिन्ना ही सही !
बापू ने जवाहर लाल को अपने पास बुलाया और कहा तुम एक बार जीना को प्रधानमंत्री बन जाने दो फिर तुम बन जाना , जवाहर लाल अब जिन्ना की सब हरकत जान चूका था वो जिन्ना को बिलकुल भी प्रसंद नहीं करता था तो जवाहर लाल ने बापू से कहा अगर में प्रधानमत्री नहीं बनुगा तो ये देश आजाद भी नहीं होगा और जिन्ना को तो प्रधानमत्री तो क्या में चपड़ासी भी नहीं बना सकता !
अब बापू का मन टूट गया और वो बोले तुम सता के नसे में अंधे हो गए और हमारा देश जब तक आजाद नहीं होगा तब तक इस देश से ये कांग्रेस ख़त्म नहीं होगी ! यहाँ पर बापू को एक बहुत बड़ा सदमा लगा जो ये दोनों सता के लोभी इसके जिमेदार थे
दोस्तों ये हाड मांस का पुतला उसी समय इस देश में स्वराज स्थापित करना चाहता था लेकिन आम आदमी की हुकूमत इस देश में लाने में बापू को ये देश के गदार सफल नहीं होने दिया और इस देश का नागरिक एक बहुत बड़ी साजिस का शिकार होता चला गया , हमारे देश में सता का केन्द्रीय कर्ण हो गया जो आज बापू के नाम का सहारा लेकर इस देश को बेचने में लगे है उनका सिर्फ एक ही मकसद है केवल भारत को लूटना ,और यहाँ के लोगों में फूट डालना मतलब वही अंग्रेज़ हुकूमत निति आज भी हमारे नेता बापू के देश में लागु कर रखी है !
दोस्तों इन सब बातों को शेयर करने का मेरा मकसद गड़े मुर्दे उखाड़ना नहीं बल्कि हमारे देश में ये परिवार वाद ,सता एकीकरण , को ख़त्म करके आम आदमी की सरकार और सता का विकेंद्रिकर्ण होना चाहिए तब ही हम बापू के सपने को साकार कर पायंगे , हमारे देश को इन दलालों से बचा पाएंगे अगर आज भी हम इस पर नहीं जगे तो इस संसार के नक्से से इस हिंदुस्तान को ये दलाल और परिवार मिटा देगा चलो आज देश सोने की चिड़िया तो नहीं पर संसार के नक्से में तो हम बना कर चल सकते है और ये भारत माँ अपने दामन पर लगने वाले दाग को मिटाने के लिए आज आम आदमी को पुकार रही है , अब हमारी माँ के दूध का कर्ज चुकाना है तो आम आदमी को जगना ही होगा !
राजीव भाई ने हमारे देश को बहुत कुछ दिया अगर किसी भाई को इन बातों
पर विस्वास नहीं हो तो निचे में साइड पता दे रहा हूँ आप इस महान व्यक्ति को सुन कर हमारे देश की हकीकत को जान पाएंगे में राजीव भाई को बार बार नमन करके मेरी कलम को रोक रहा हूँ !
आम आदमी अपनी ताकत को पहचाने !!
में हूँ आम आदमी - मक्खन लाल पूनिया
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